मध्यप्रदेश में औद्योगिक परिदृश्य Mp gk Question

0

मध्यप्रदेश प्राकृतिक संसाधनों से भरा-पूरा राज्य है लेकिन औद्धोगिक दृष्टि से यह भी पिछड़े राज्यों में गिना जाता है लेकिन विगत वर्षों में प्रदेश में औद्धोगिक विकास से जुडी अभिनव योजनाओं - स्पेशल इकनोमिक  जॉन , क्रिस्टल आईटी पार्क , रेडीमेड गारमेंट काम्प्लेक्स आदि की स्वीकृति होकर क्रियान्वयन प्रारम्भ हुआ। औद्दोगिक दृष्टि से किये जा रहे सतत प्रयासों से प्रदेश वर्तमान में देश में सातवे स्थान पर आ गया है। मध्यप्रदेश में औद्धोगिक विकास को विक्सित करने के उद्येश्य से प्रदेश में औद्धोगिक विकास निगम की स्थापना भोपाल में सितम्बर 1965 में सार्वजानिक उद्दोगों को वित्तीय सहायता एवं नवीन उद्योगों को प्रोत्साहित करने के उद्येश्य से की गई।

मध्यप्रदेश में औद्योगिक परिदृश्य Mp gk Question

😍 मध्यप्रदेश की प्रथम औद्धोगिक नीति 1972 में घोषित की गई। 
😍 प्रदेश में अधिकांशतः उद्योग खनिज, वन, सीमेंट तथा कृषि उत्पादों पर आधारित हैं। 
😍 लघु उद्योग में मध्यप्रदेश देश में चतुर्थ स्थान पर है। 
😍 मध्यप्रदेश देश का ऐसा पहला राज्य है, जिसने जापान के सहयोग से ऑप्टिकल फाइबर का उत्पादन मंडीद्वीप ( भोपाल ) में दूरसंचार के उद्येश्य से प्रारम्भ किया। 
😎 मध्यप्रदेश का पीथमपुर औद्धोगिक केंद्र "भारत का डेट्राइट" कहा जाता है। 
➤ मध्यप्रदेश में चार औद्दोगिक काम्प्लेक्स हैं -
(१) इलेक्ट्रॉनिक्स काम्प्लेक्स - इंदौर 
(२) एग्रो काम्प्लेक्स - छिंदवाड़ा 
(३) स्टेनलेस स्टील काम्प्लेक्स - सागर 
(४) लैदर काम्प्लेक्स - देवास 
😍 मध्यप्रदेश का बुरहानपुर जिला पावरलूम उद्योग के लिए प्रसिद्ध है। 
😎 हाल ही में मध्यप्रदेश के इंदौर में औद्योगिक स्वास्थ्य प्रयोगशाला की स्थापना की गई है। 
😍 मध्यप्रदेश का तेल शोधक कारखाना सागर जिले की बीना तहसील के आगासोद में स्थापित किया गया है। 
😎 देश का प्रथम ऑप्टिकल फाइबर का कारखाना मंडीदीप ( रायसेन ) में जापान के सहयोग से स्थापित किया गया है। 
😍 प्रदेश का एकमात्र घडी कारखाना बैतूल में है। 
😎 मध्यप्रदेश का एकमात्र छाता कारखाना महू में है। 
😍 प्रदेश का एकमात्र डीजल इंजन कारखाना इंदौर में है। 
😎 हीरा तरासने का कारखाना जबलपुर में है। 
😍 मध्यप्रदेश का प्रथम रत्न पुरस्कृत केंद्र जबलपुर में है। 
😎 कील व तार बनाने का कारखाना विदिशा में है। 
😌 एशिया का सबसे बड़ा सोयाबीन संयंत्र उज्जैन में है। 
😍 प्रदेश का पहला विशेष आर्थिक जॉन इंदौर में स्थापित किया गया है। 

राज्य के प्रमुख उद्योग 

प्रदेश के बिभिन्न भागों में उपयुक्त दशाओं के आधार पर भिन्न-भिन्न उद्योगों की स्थापना की गई है। 

कृषि पर आधारित उद्योग -

प्रदेश में सर्वप्रथम कृषि पर आधारित उद्योग की स्थापना की गई। 1980 के दशक तक राज्य में कृषि पर आधारित उद्योगों में सूती वस्त्र उद्योग की प्रधानता थी, परन्तु वर्तमान में कृषि पर आधारित उद्योगों में वनस्पति तेल, चीनी मिल आदि की प्रधानता है। 
➢ राज्य में कृषि पर आधारित प्रमुख उद्योग निम्नलिखित हैं -
( १ ) चीनी उद्योग - प्रदेश में सबसे पहली चीनी मिल वर्ष 1934 में जावरा ( रतलाम ) में लगाईं गई थी। वर्तमान में प्रदेश में चीनी मिलों की संख्या 15 है, जिनकी दैनिक गन्ना पेरने की क्षमता लगभग 3578 हजार टन है। प्रदेश का सबसे बड़ा चीनी कारखाना बरलाई ( सीहोर ) में स्थित है। 

मध्यप्रदेश में औद्योगिक परिदृश्य Mp gk Question

( २ ) वनस्पति घी - राज्य में तिलहन एवं सोयाबीन की कृषि व्यापक पैमाने पर की जाती है। फलस्वरूप राज्य में वनस्पति घी बनाने की मिलों की संख्या में तेज़ी से बढ़ोत्तरी हुई है। वर्तमान में प्रदेश में 83 तेल तथा साल्वेंट एक्ट्रेक्शन की मिलें और 10 वनस्पति घी के कारखाने हैं। वनस्पति घी बनाने के अधिकतर कारखाने, तिलहन उत्पादक क्षेत्रों - मालवा पठार , बैतूल-छिंदवाड़ा पठार, मध्य नर्मदा घाटी तथा चम्बल की घाटी क्षेत्रों में लगाये गए हैं।
( ३ ) सूती कपडा उद्योग - यह प्रदेश का सबसे बड़ा उद्योग है। प्रदेश में सबसे पहली सूती वस्त्र कपडा मिल बुरहानपुर में वर्ष 1906 में स्थापित की गई थी। वर्तमान में प्रदेश में 22 सूती कपडे की मिलें और लगभग 513 कारखाने कार्यरत हैं। इंदौर राज्य का सबसे बड़ा सूती वस्त्रों का उत्पादक केंद्र है। 
➣ कृषि उद्योग विकास निगम द्वारा स्थापित कृषि पर आधारित उद्योग -
(१) जीवाणु खाद संयंत्र - भोपाल 
(२) कीटनाशक उद्योग - बीना 
(३) ऑयल मिल - मुरैना 
(४) दानेदार मिश्रित खाद सयंत्र - होशंगाबाद 
(५) डेयरी फार्म - होशंगाबाद 
(६) पोषण आहार संयंत्र - धार 

खनिजों पर आधारित उद्योग - 

राज्य में खनिजों पर आधारित उद्योगों की स्थापना अधिकतर पश्चिमी मध्यप्रदेश में की गई है। आधारभूत धात्विक उद्योगों के प्रमुख केंद्र पीथमपुर, धार, देवास, इंदौर, रतलाम, मंडीदीप आदि हैं। 
➢ प्रदेश के खनिजों पर आधारित प्रमुख उद्योग निम्नलिखित है - 
( 1 ) चीनी मिट्टी उद्योग - प्रदेश में चीनी मिट्टी पर्याप्त रूप से उपलब्ध है। यही कारण है की प्रदेश में चीनी मिट्टी उद्योग में तेज़ी से वृद्धि हुई है। प्रदेश में ग्वालियर, जबलपुर तथा रतलाम आदि क्षेत्रों में चीनी मिट्टी के बर्तन बनाने के उद्योग स्थापित हैं।
( 2 ) भारी विधुत उपकरण - प्रदेश की राजधानी भोपाल में वर्ष 1960 में ब्रिटेन की सहायता से बिजली का भारी सामान बनाने का कारखाना लगाया गया था। इसे भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स के नाम से जाना जाता है। इस कारखाने में ट्रांसफॉर्मर, कैपेसिटर, स्विच गियर, एवं इंडस्ट्रियल मोटर जैसे भारी उपकरण बनाये जाते हैं। 
( 3 ) सीमेंट उद्योग - राज्य में चुना-पत्थर के भण्डार बड़े पैमाने पर पाए जाते है, जिससे प्रदेश में सीमेंट उद्योग की स्थापना में प्रगति हुई है। राज्य में पहला सीमेंट कारखाना बानमौर ( मुरैना ) में वर्ष 1922-23 में स्थापित किया गया। वर्तमान में प्रदेश में २३ सीमेंट कारखाने कार्यरत हैं। 

वनों पर आधारित उद्योग - 

प्रदेश में कुल भौगोलिक क्षेत्रफल के लगभग 30.72% पर वन पाए जाते हैं। राज्य में वनों पर आधारित उद्योगों का पर्याप्त विकास नहीं हुआ है, क्योंकि वन संरक्षण को ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है। 
➣ प्रदेश में वन आधारित प्रमुख उद्योग निम्नलिखित हैं -
( 1 ) कागज़ उद्योग - राज्य में कागज़ उद्योग की स्थापना सर्वप्रथम वर्ष 1956 में की गई थी, जब खंडवा के नेपानगर में नेशनल न्यूज़ प्रिंट एंड पेपर मिल की स्थापना की गई थी। वर्तमान में राज्य में 9 कागज बनाने वाले संयंत्र पंजीकृत हैं। राज्य में शहडोल जिले के अमलाई स्थान पर निजी क्षेत्र में स्थापित ओरियंट पेपर मिल सबसे प्रमुख है। राज्य का अखबारी कागज़ बनाने का कारखाना बुरहानपुर जिले में स्थित है। 
( 2 ) बीड़ी उद्योग - प्रदेश में तेन्दु पत्ते का संग्रहण देश में सर्वाधिक होता है। यही कारण है कि बीड़ी उद्योग का विकास जबलपुर, सागर, कटनी, दमोह तथा सतना में हुआ है। प्रदेश में बीड़ी बनाने के लगभग 260 कारखाने कार्यरत हैं। 

मध्यप्रदेश में औद्योगिक परिदृश्य Mp gk Question

( 3 ) लकड़ी उद्योग - राज्य में छिंदवाड़ा तथा मंडला में इमारती लकड़ी को चीरने के कारखाने कार्यरत हैं। वर्तमान में लगभग 113 कारखाने प्रदेश में इस उद्योग में लगे हुए हैं। 
( 4 ) चिप बोर्ड एवं माचिस डिब्बी उद्योग - चिप बोर्ड एवं पार्टिकल बोर्ड बनाने का कारखाना इटारसी में तथा माचिस की डिब्बी बनाने का कारखाना ग्वालियर में स्थापित है। ये कारखाने स्थानीय कच्चे माल का प्रयोग करते हैं। 

मध्यप्रदेश में औद्योगिक विकास से संबंधित संस्थाएं

( १ ) मध्यप्रदेश खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड - भोपाल ( 1960-61 )
( २ ) मध्यप्रदेश लघु उद्योग निगम - भोपाल ( 1961 )
( ३ ) मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास निगम - भोपाल ( 1965 )
( ४ ) मध्यप्रदेश राज्य उद्योग निगम - भोपाल ( 1969 )
( ५ ) मध्यप्रदेश वस्त्रोद्योग निगम - इंदौर ( 1970 )
( ६ ) मध्यप्रदेश हस्तशिल्प मंडल - भोपाल ( 1972 )
( ७ ) मध्यप्रदेश निर्यात निगम - भोपाल ( 1977 )
( ८ ) मध्यप्रदेश वित्त निगम - इंदौर ( ----- )
( ९ ) मध्यप्रदेश माइनिंग कारपोरेशन - भोपाल ( ----- )
( १० ) मध्यप्रदेश एग्रो इंडस्ट्रीज कारपोरेशन - भोपाल ( ------ )

मध्यप्रदेश में उद्योग : केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योग ( एक नजर )

रक्षा उत्पादन मंत्रालय
(1) गन गैरिज फैक्ट्री ( जबलपुर ) - 1904
(2) गवर्नमेंट ऑर्डिनेंस फैक्ट्री ( खमरिया ) - 1942
(3) हैवी व्हीकल फैक्ट्री ( जबलपुर ) - 1969
(4) आयुध निर्माणी ऑर्डिनेंस फैक्ट्री ( कटनी ) - 1942 
रेल मंत्रालय
रेलवे कोच फैक्ट्री ( भोपाल ) - 1975-76
वित्त मंत्रालय
(1) सिक्योरिटी पेपर मिल ( होशंगाबाद ) - 1967-68 
(2) करेंसी प्रिंटिंग प्रेस ( देवास ) - 1975
(3) ऐलकोलॉयड फैक्ट्री नीमच जिला परिष्कृत कोडीन नारकोटीन - 1975-76

Post a Comment

0Comments

Hard Work, sincerity, honesty, consistency, compassion and Determination are the Key to Success
Just do it. God bless You ...............#RAMKESHeducation

Post a Comment (0)